सुकुमार हंसदा अंतिम संस्कार लेे कर अशांति ओर तोडफ़ोड़ हुआ...

Sukumar-Hansda-took-the-funeral-and-broke-the-disturbance

वेस्टबांगाल:-पश्चिम बंगाल विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ। सुकुमार हंसदा का 29 अक्टूबर, 2020 को कोलकाता में कैंसर से निधन हो गया। कलकत्ता से झाड़ग्राम में डॉ। सुकुमार हंसदा लास को लाई गईं। अंतिम संस्कार दुबराजपुर के सुकुमार बाबू के घर पर किया जाना है। लेकिन उनके पारिवारिक सूत्रों ने कहा कि अगर उनका दाहराजपुर में अंतिम संस्कार कर किया जाता है, तो भी सभी रीतिविधियां झार गांव में उनके घर पर होंगी, सुकुमार हांसदा के बेटे सुरजीत हांसदा ने कहा। इस बात को लेकर अराजकता सुरु हुई। सुकुमार बाबू के रिश्तेदारों ने कहा कि अगर अंतिम संस्कार दुबराजपुर में होगा तो सारे रीति रिवाज दुबराजपुर में ही होगी। वह इसके लिए राजी नहीं हुए। सुकुमारबाबू के पुत्र। बाद में, उनका अंतिम संस्कार दुबराजपुर से कुछ दूरी पर जरलता गाँव में सुकुमारबाबू द्वारा खरीदी गई भूमि पर किया। सुकुमार बाबू का शव ज़ारा लता गाँव लाया गया। और फिर तोडफ़ोड़ शुरू हो गई। दुनिया के लोगों ने लता की अशांति को देखा।  


Comments

Popular posts from this blog

छत्तीसगढ़ में आदिवासी जीवन को बदलने वाली सरकार की कुछ अच्छी नीतियां...

lipsa Hembram Tribal Threads of tradition