रघुनाथपुर:-संताली भाषा दिवस पर आदिवासियों ने निकाली रैली..

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झारखंड पूर्वी टुंडी :- संताली भाषा दिवस पर मंगलवार को पूर्वी टुंडी समिति की ओर से रघुनाथपुर गांव में आदिवासी समाज के लोगों ने रैली निकाली। रैली रघुनाथपुर गांव से शंकरडीह मोड़ तक गई। पूर्वी टुंडी रघुनाथपुर गांव में संताली भाषा दिवस मनाने के लिए विभिन्न गांवों के आदिवासी समिति गाड़ पहुंचे थे। सभी आदिवासी ने एक स्वर में संताली भाषा को प्रारंभिक शिक्षा में शामिल करने की मांग की। संताली भाषा के प्रति लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए निकाली गई इस रैली में सभी ने अपने चेहरे पर मास्क लगाकर कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता का परिचय दिया। इस रैली में बिभिनिया खेत्रा के आदिवासी समाज के लॉग सामिल हुए थे उसके साथ मुख्य रूप से विश्वनाथ हांसदा, सुभाष चंद्र मुर्मू, चांद मुर्मू, विरेंद्र नाथ हांसदा, जगन्नाथ हांसदा, समीर चंद्र हांसदा, रविद्र हांसदा, कलेश्वर हांसदा, सुखदेव बेसरा, गणेश मुर्मू, सुबोधन मुर्मू आदि शामिल थे। इस सांथाली लिपिक दिवस पर बच्चों ने दिखाई प्रतिभा।



रायगंज:-आदिवासी बहुल गांव दलदली में संथाली लिपिक दिवस मनाया गया।पंडित रघुनाथ मुर्मू के तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। राजगंज: आदिवासी बहुल गांव दलदली में संथाली लिपिक दिवस मनाया गया। पंडित रघुनाथ मुर्मू के तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। नन्हे मुन्हों ने संथाली गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किया। बच्चों के कला को दर्शकों ने काफी सराहा। बच्चों के बीच खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सोनोत संथाल समाज के केंद्रीय सचिव अनिल टुडू ने ओलचिकी लिपि (संथाली लिपि दिवस) के महत्व के बारे में बताया गया। आदिवासी बहुल गावों में प्राइमरी स्तर पर ओलचिकी की पढ़ाई शुरु करने की मांग सरकार से किया। खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिए बच्चों को पुरस्कृत किया गया। संजय हेंब्रम, करमचंद सोरेन, कल्पना देवी, मांझी हड़ाम, अरुण टुडू, जीवन टुडू, अशोक टुडू, किशोर सोरेन, लक्ष्मी देवी, मीना देवी आदि मौजूद थे।

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