आदिवासी समाज के छात्रा-छत्री ने शनिवार को जामताड़ा मे बैठक की


प्राकृत पूजक आदिवासी समाज के छात्रों ने शनिवार को जामताड़ा कॉलेज परिसर में बाहा पर्व देता पर्यावरण रक्षा का संदेश दिया। मौके पर छात्रा-छत्री ने आदिवासी संस्कृति और परंपरा के अनुसार प्रकृति की पूजा की। छात्रों ने जनजातीय नृत्य संगीत प्रस्तुत किया और लोगों की प्राकृतिक सुरक्षा की ओर ध्यान आकर्षित किया।





मौके पर प्राचार्य अजय राज खलखो ने कहा कि बाहा पर्व पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रेरित करता है। प्रकृति पूजक समाज ऋतु परिवर्तन की अवधि में महापर्व मनाता है। त्यौहार के माध्यम से, आदिवासी समाज के लोग अन्य लोगों को पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि लोग अन्य प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ सूखा से राहत पा सकें।





प्राकृत पूजक आदिवासी समाज के छात्रों ने शनिवार को जामताड़ा कॉलेज परिसर में बाहा पर्व देता पर्यावरण रक्षा का संदेश दिया। मौके पर छात्रा-छत्री ने आदिवासी संस्कृति और परंपरा के अनुसार प्रकृति की पूजा की।




मौके पर बाबा नायक ने विधिवत पूजा अर्चना कर भगवान से प्रार्थना किया कि विभिन्न प्रकार के पेड़ों में जो फूल आए हैं इसी प्रकार पेड़ों में फूल से परिवर्तित होकर फल बने। कार्यक्रम में नीलम कुजूर, शंभूनाथ बंदोपाध्याय, पीयूष माल पहाड़िया समेत शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी छात्र-छात्राएं मौजूद थे।





Writter:- Yubraj Hembram


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